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महाकुंभ में संविधान गैलरी का हुआ उद्घाटन: श्रद्धालुओं को मिलेगी संवैधानिक अधिकारों की जानकारी

महाकुम्भ 2025 में प्रयागराज के त्रिवेणी मार्ग पर सजाई गई है। संविधान गैलरी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने किया। महाकुंभ मेले में इस गैलरी का उद्देश्य लोगों को संविधान के मूल सिद्धांतों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक करना है। संविधान गैलरी महाकुंभ में एक विशेष आकर्षण के रूप में शामिल है, जहां श्रद्धालु आध्यात्मिकता के साथ संवैधानिक ज्ञान का अनुभव कर सकेंगे। विश्वविख्यात महाकुंभ समागम में इस गैलरी को आयोजित कर यह प्रयास किया गया है कि मेले में आने वाले लोगों को संविधान के निर्माण, लागू होने और इसके अनुच्छेदों के बारे में जानकारी हो। ऑडियो के माध्यम से आप विषय के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं। संविधान ऐसा दस्तावेज है, जिससे हमारी पूरी शासन व्यवस्था संचालित होती है। संविधान गैलरी में भारतीय संविधान पर आधारित पुस्तकों और ग्रंथों का एक पुस्तकालय भी सजाया गया है। गैलरी के उद्घाटन समारोह के मौके पर भारतीय सेना के बैंड ने वंदे मातरम समेत कई देशभक्ति गीतों की धुन पर संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति जे जे मुनीर उपस्थित रहे जबकि अध्यक्षता दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष डॉ आशीष गौतम ने की। संविधान गैलरी में लगी प्रदर्शनी में चित्रों और प्रतिकृतियों के माध्यम से भारतीय संविधान के निर्माण से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों और व्यक्तित्वों के योगदान के बारे में जानकारी प्रदर्शित की गई है। हम आपको बता दें कि महाकुंभ में देशभर से लोग पहुंच रहे हैं साथ ही साधु-संन्यासियों की तरह ही श्रद्धालु भी बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं।

बीजेपी ने महाकुंभ में शुरु हुआ सियासी अनुष्ठान
बीजेपी ने “संविधान गौरव अभियान” शुरू किया है, जो भारतीय संविधान के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान है। इस पहल के तहत राज्य भर में दलितों को सम्मानित किया जा रहा है। इस दौरान महाकुंभ मेले में सफाई कर्मचारियों को माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान उनको संविधान की कॉपियां भी दी गईं। इस पूरे मामले को समाजवादी पार्टी की तरफ से महाकुंभ में लगाई गई मुलायम की प्रतिमा से भी जोड़ा जा रहा है। बीजेपी का यह कदम भी उसी से जवाब माना जा रहा है।

विपक्ष ने बीजेपी पर लगाया था संविधान बदलने का आरोप
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान, विपक्ष ने बार-बार बीजेपी को उसके “400 पार” नारे पर निशाना बनाया, यह दावा करते हुए कि वह संविधान को बदलने के लिए विशाल जनादेश चाहती है, जिसे सत्तारूढ़ पार्टी ने खारिज कर दिया। हालांकि, बीजेपी अपने द्वारा निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रही और उसे क्षेत्रीय पार्टियों के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी।

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