All Stories

अदाणी-इस्कॉन के सहयोग से माता-पिता को मिली महाकुंभ में खोई हुई बच्ची

दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले महाकुंभ में अदाणी-इस्कॉन के स्वयंसेवकों ने समर्पण की एक अनूठी मिसाल पेश की। महाकुंभ में लंदन से आए एक परिवार की 10 साल की बीमार बेटी यमुना मेले की भीड़ में अपने माता-पिता से बिछड़ गई। यह घटना अदाणी-इस्कॉन द्वारा संचालित महाप्रसाद सेवा पंडाल के पास हुई तो अदाणी-इस्कॉन के स्वयंसेवकों ने इस पर संज्ञान लिया। उन्होंने बिना समय गवाएं, दो से तीन टीम बनाकर यमुना की खोज शुरु कर दी।

बड़ी मशक्कत के बाद स्वयंसेवकों यमुना मिली लेकिन इस काम को पूरा करने में स्वयंसेवकों को काफी परेशानी भी उठानी पड़ी। जब स्वयंसेवक यमुना को स्कूटी पर बैठा कर सुरक्षित उसके माता-पिता तक ला रहे थे तो मेले की भीड़ ने उन्हें अपहरणकर्ता समझ लिया और उनसे भिड़ गई। असमंजस में डरी हुई बच्ची भी भीड़ को ठीक से कुछ समझा नहीं पाई, लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो सारी गलतफहमी दूर हो गई। लेकिन तब तक, स्वयंसेवकों को लोगों का गुस्से का सामना पड़ा।

सरकार ने हाल ही में अदाणी और इस्कॉन द्वारा प्रदान की जाने वाली गोल्फ कार्ट सेवा बंद कर दी है जिससे जरूरतमंदों के लिए मेले की यात्रा करना मुश्किल हो गया। लेकिन निस्वार्थ भाव से सेवा के लिए संकल्पित अदाणी और इस्कॉन की टीम ने श्रद्धालुओं की मदद के लिए स्कूटर सहित वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल शुरु कर दिया है।

संयुक्त प्रयासों के माध्यम से, वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि बुजुर्गों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों को भारी भीड़ के बीच परिवहन और देखभाल मिल सके।

All Stories